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भक्तिमय बन जाए मेरे घर का आंगन

Raj Ashok 23 May 2023 गीत धार्मिक माँ 5717 0 Hindi :: हिंदी

मेरी शेरावाली माँ, 
         तेरे भजनों हर सुबह ....हाँ......2
भक्तिमय बन जाए,मेरे घर का आंगन ।
मेरे घर......हो.........
दीप जलाए, नने ....2.....नने 
         हाथो से  ....बालाऐ ।
देती है ।दर्शन, दैवी नव रूपो का....
मेरी.......
औऔऔऔ.....
देखी छटा माँ की हमने निराली 
    बसती है। हर रूप मे देवी काली
लगा के सिने से, अपने भक्तो के
कष्ट हर लेती है...
मेरी........
ओहो
जन्म मिले चाहे, जितने,
        मिले गोद पहली माँ की 
सुना है। जहाँन ,बिन माँ के..... 
  है। ये प्रीत दिल मे रहने वाली।

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