DIGVIJAY NATH DUBEY 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत दिग्दर्शन 55540 0 Hindi :: हिंदी
तेरे बगैर दिल की बातें कौन सुनता है क्या तकलीफ है क्या पीड़ा है इस तकदीर का क्या किस्सा है रात रात भर जग के हरदम आंख के आंसू कौन पोछता है तेरे बगैर दिल की बातें कौन सुनता है यूं तो लोग आते हैं हाल चाल का ज्ञान लेकर वापस भी चल जाते हैं किसको इतना समय कहां जो आपस की बातें कर ले कुछ वो भी बोले और थोड़ी थोड़ी मेरी सुन ले बीत जाया करते हैं अगर तू पास नही होता है तेरे बगैर दिल की बातें कौन सुनता है कौन सुनता है ।।