संदीप कुमार सिंह 16 May 2023 गीत धार्मिक मेरा यह गीत समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 6082 0 Hindi :: हिंदी
मूरत में ही प्रभु मिले, रखें विश्वास साथ। श्रद्धा पावन को रखें,मिले आशीष हाथ। मूरत चमके दिव्य सा, बाहर आती जोत_ भक्त जनों को हो खुशी, प्रसन्न होते नाथ। मूरत मन्दिर में रहे, मिलते हैं भगवान। पूजा करना लाभ है,भाग चले शैतान। धीरज धरना सीख लें,दया करेंगें नाथ_ होंगें पूरे आस सब,जीतेते इंसान। सारे मूरत एक सी,जहां विश्वास मान। मिले भगवान जी उसे,देते उनको ज्ञान। भक्ति करें तब शक्ति हो, मिलते हैं धनधान्य_ इज्जत बढ़ती आपकी, पाते हो सम्मान। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा) बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....