संदीप कुमार सिंह 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक हिन्दी दिवस की सभी पाठकों को हार्दिक शुभकामनाएं हो। 34018 0 Hindi :: हिंदी
हिन्दी हिन्द की लाज है, अभिमान भी है हिन्दी। सभ्यता की पहचान है हिन्दी, विश्व के पटल का गौरव है हिन्दी। जन_जन की पुकार है हिन्दी, अब तो राष्ट्रभाषा हिन्दी ही स्वीकार हो। हिन्दी के पुत्र दृढ़ प्रतीज्ञ हैं, हिन्दी ही हिन्द राष्ट्र का, सुन्दर और सर्वोत्तम ज्ञान है। जल्दी से जल्दी राष्ट्रभाषा हो हिन्दी, हिन्द के जन_जन का आवाज है। उत्साहित आज सारा हिन्द है, हिन्दी की प्रकाश से प्रकाशित, आज सारा विश्व है । स्वीकार इस अटल सत्य को, हिन्दी ही राष्ट्रभाषा की श्रृंगार हो।
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....