Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

मन का आईना-तु आईनें से बात मत कर

Swami Ganganiya 01 Jul 2023 शायरी अन्य मन का आईना Hindi Shayri 8022 0 Hindi :: हिंदी

मैं खुद आईना हूँ
तु आईनें से बात मत कर।
मैं तेरी ही परछाई हूँ
तु आईनें पर विश्वास मत कर।
मैं कब बदलूँगा,खुद को
तु खुद को आईनें में देखकर
ये अनुमान मत कर।
मैं तेरी ही परछाई हूँ
मुझे यू आईनें पर हाथ फैरकर 
साफ मत कर।
मैं कब बदलूंँगा खुद को
तु ये आईनें मे देखकर विश्वास मत कर।
मैं खुद आईना हूँ
तु आईनें से बात मत कर।
मैं तेरी ही परछाई हूँ
तु आईनें पर यू ऐतबार मत कर।
मैं खुद आईना हूँ
तु आईनें से बात मत कर।
🥀🌹🌹🌹🌹🌹🥀
  ***   **    ***  **
🌼 swami gangania 🌼

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

मेरे नजर के सामने तुम्हारे जैसे बहुत है यहीं एक तू ही हो , मोहब्बत करने के लिए यह जरूरी तो नहीं read more >>
मीठी-मीठी यादों को दिल मैं बसा लेना जब आऐ हमारी याद रोना मत हँस कर हमें अपने सपनों मैं बुला लेना read more >>
Join Us: