Pradeep Kumar Maurya 23 Jun 2023 कविताएँ बाल-साहित्य 6043 0 Hindi :: हिंदी
लहरों की स्वर सुनो, धीरे से आओ, खुशबू सी लेकर, सपनों को सजाओ। समुंदर के तट पर ये ध्वनि बहती है, अजनबी सी है और बेहद खूबसूरती है। चलो, लहरों के संग खेलें सभी, खो जाएं इनकी गहरी खामोशियों में। जब तुम पानी में कूदोगे और उड़ाओगे, देखो, कैसे लहरें तुम्हें आगे बढ़ाती हैं। हर लहर एक कहानी सुनाती है, प्यार और उमंग की वो जुबानी सुनाती है। हर बार जब वो समुंदर की उच्चाई पर होती हैं, मन में एक अद्भुत ख्वाब जगाती हैं। लहरों के संग नौका चलाने निकलो, समुंद्री लहरों की ओर चले जाओ। खुद को उन्मुक्त करो, विश्राम पाओ, स्वयं को पुनर्जीवित करने का अवसर पाओ। लहरों की स्वर सुनो, मन को भरो, विचारों की प्रवाह से ऊँचाइयों पर जाओ। समुंदर की गहराइयों में छिपी सच्चाई को, अपने अंदर उजागर करो, प्रेम से जीने को। लहरों की स्वर सुनो, जीवन में उच्छाल लाओ, आंधियों के बीच खुद क ो संभाल लाओ। हार न मानो, समय के संग स्थिर रहो, लहरों के संग अपने आपको पहचानो।