Rupesh Singh Lostom 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत मेरी जज्बातों को 58165 0 Hindi :: हिंदी
अल्हड जवानी मदहोश नयन सुर्ख होठ प्यासा बदन बे खौफ अदा तेरा चंचल योवन मैं चुप रहूँगा तुम सुन लेन मेरे चाहत को इसारो में इशारों से समझ लेना तेरी झील सी गहरी आँखें रौशनी में नहाया हुस्न ये परिस्थान की मलिका मेरी जज्बातों को जज्बातों से समझ लेना माना की तुम हसीन हो खूबसूरत गुले बहार हुस्ने हूर दिले इश्क हो प्यार की मूर्त मोहब्बतें जहा हो मेरी खावों को खाव में खावों के तरह ही सजा देना