शहीद की मन की बात
तेरी मिट्टी की खुशबू आज भी याद दिलाती है
की हम आज भी जिंदा है
शहीद हो गये हम, फिर भी याद करती है ये मिट्टी,
तेरी हर कन कण मे छुपा है
मेरा प्यार और मेरी यादे, आज भी रोती है मिट्टी,
मे शाहिद जरूर हुहा हूँ मगर आज भी मैं अमर कहलाता हूँ
आज भी याद करते है सभी मेरे देश वासी मे नही हू
तो बी
कदर करते है सभी मेरे परिवार की और रक्षा की
आज भी फौजी का घर कहा जाता है
में रहू या ना रहूं
उसी मान और शान से चलते है मेरे पापा
आज भी गर्व है उनको की मैं शाहिद का पित्ता हूँ,
आज भी कहते मेरा बेटा हमेशा के लिए अमर हो गया है
अगर मुझे दुसरा जन्म मिलेगा तो में एक फौजी
कह लावू और इस मिट्टी का बेटा
जिसने मुझे आन बाण शान से जिना,
दुश्मनो से लडना सिककाय है
में इसी भारत भूमि का बेटा जन्मु
मेरी यही ख्वाईश है.
🙏🙏
