मोती लाल साहु 16 Apr 2023 शायरी समाजिक सुनेंगे- जमाने को जो सुनते हैं, सच- झूठ, झूठ- सच लगता है मैं निभाता रहूंगा सुनने तक। 8386 0 Hindi :: हिंदी
सुनेंगे, जमाने को जो सुनते हैं, सच- झूठ, झूठ- सच लगता है साकी को विवेक सखा जो है, मैं निभाता रहूंगा सुनने तक -मोती