Prashant Kumar 11 Apr 2023 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत 5847 0 Hindi :: हिंदी
जो इश्क के दरिया में कभी पार नहीं होते वो लोग मुहब्बत के हकदार नहीं होते। उनसे भी कभी पूछो ये जिंदगी क्या चीज है बो जिनके कहीं कोई घर बार नहीं होते। जो जानते हैं यां मोहब्बत की दवा क्या है बो लोग कभी इश्क मे बीमार नहीं होते। जो खुद की जमी करदें तक्सीम गरीबों में बो लोग मिरी मानो खूं-ख्वार नहीं होते। हिंदू को मुसलमाँ को सीने से लगा लें जो बो लोग बतन के कभी गद्दार नहीं होते। प्रशांत कुमार