आकाश अगम 24 May 2023 गीत प्यार-महोब्बत #maun-ka-geet #akashagam #poetry 4860 0 Hindi :: हिंदी
नेह से एकटक देख तुमको प्रिये मौन का गीत गा लूं अगर तुम कहो होंठ माथे पे रख कर के सांसों से मैं रूह को रंग लगा लूं अगर तुम कहो अपनी बाहों में तुमने जो साधा; मेरी- तो अनायास ही साधना हो गई ज्यों ही मैंने समर्पित हृदय को किया वासना भी तो आराधना हो गई मैंने भी प्रेम को मन में पूजा सखी मैं भी परसाद पा लूं अगर तुम कहो होंठ माथे पे .......। जब मधुप ने सुरभि को निहारा प्रिये पुष्प रस की स्वयं कामना छोड़ दी मेरी पलकों ने आंसू सजाए प्रिये और अधरों ने भी वासना छोड़ दी तुमको मन में बिठा कर के होली पे भी मैं दिवाली मना लूं अगर तुम कहो होंठ माथे पे ......। स्पर्श पाकर तुम्हारा छुए बिन तुम्हें मैं भी होली मना लूं अगर तुम कहो होंठ माथे पे रख कर के सांसों से मैं रूह को रंग लगा लूं अगर तुम कहो।।