Prem Nagesh 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य वक्त एक पेहलु 47712 0 Hindi :: हिंदी
वक्त ,, वक्त हमसे कह रहा था , कल मैं आऊंगा । आज हमसे कह रहा था, कल मैं जाऊंगा । कर ले उपयोग मेरा , और कभी ना मैं आऊंगा । जन्म इतना ही है मेरा , कुछ पल में मर जाऊंगा । मेरा जन्म तेरा कर्म , कर ले वरना पसताऐगा । लौट कर तो कभी नहीं आऊंगा , बस डुनते रह जाओगे । याद हमेशा आऊंगा, लेकिन लौट कभी ना आऊंगा । कर ले हर काम मुझपे आज बन के और कल मैं ना आऊंगा । चल रहा में हर रूप में तुझपे , तेरा अंग का धारा हूं । तु डुबेगा तो मैं डुबेगा , तु साहिल तो मैं किनारा हूं कब तक चलुंगा , पता नहीं सदियों से मेरा आना है । आज हि तु मुझे पा लेगा , कल से ना कोई मेरा नाता है । Prem ,,,,