मोती लाल साहु 23 Apr 2023 शायरी अन्य मेरे ज़मीर की रोशनी में जीवन दमक रही है, सूरज की किरण के साथ फूलते-फलते ज़िंदगी। रात चांँद से सजती-संवरती सितारों की महफ़िल, यह कायनात में मौसम ए-बारात जो आई है। 7212 0 Hindi :: हिंदी
मेरे ज़मीर- की रोशनी में नहाई, ये जीवन दमक रही है सूरज की- सतरंगी किरण से संवरते दिन के ये रंग में फुलते और फलते ज़िंदगी रात चांँद से सजती- संवरती सितारों की, महफ़िल यह कायनात में मौसम ए-बारात जो आई है मेरे जमीर की रोशनी में- नहाई ये जीवन दमक रही है -मोती