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बदलने को तो इन आंखों ने मंजर ही बदल डाले

हरवंश हृदय 01 Jun 2023 शायरी प्यार-महोब्बत HARVANSH @हरवंश_हृदय 6487 0 Hindi :: हिंदी

बदलने को तो इन आंखों ने मंजर ही बदल डाले
हुए थे कत्ल जिनसे हम वो खंजर ही बदल डाले
बड़े बेबस खड़े पर्वत यही दिन रात सोचे हैं
भला कैसे क्यूं नदियों ने समंदर ही बदल डाले
         ✍️ हरवंश हृदय

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