Shreyansh kumar jain 30 Mar 2023 कविताएँ देश-प्रेम 500000 18738 0 Hindi :: हिंदी
हम है प्यारे भारत माँ के बेटे, हम बेटों पर किसी का अधिकार नहीं, हम खुले मन से तुमको यह कहते है, हम तुम्हरे कोई मनसबदार नहीं ।। होगा अगर कुछ गलत तो हम खुलकर सामने आयेंगे, तुम्हारे हर एक अत्याचार को हम सबके सामने लायेंगे, तुम करो गुनाह कोई भी हम तुम्हारे गुनेहगार नहीं, हम भारत माँ के बेटे है, हम तुम्हरे कोई मनसबदार नहीं।। करना है जो कर लो तुम हम नहीं तुमसे चुप रह पायेंगे, अन्याय के खिलाफ हम मिलकर आवाज उठायेंगे, तुम्हारी हर एक करतूतों से अब हम पर्दा हटायेंगे, तुम करो पाप कोई भी हम तुम्हारे पाप के भागीदार नहीं, हम भारत माँ के बेटे है, हम तुम्हरे कोई मनसबदार नहीं ।। धरा पर है अभी कुछ गद्दार ऐसे जो माँ भारती पर सवाल उठाते है, खाते है इस देश का अन्न-पानी लेकिन राग दुश्मन देश का गाते है, भारत माँ की अस्मिता को यह हर पल दुःख पहुचाते है, इनकी ऐसी सोच से हम बेशक ना डरने वाले है, हम भारत माँ के बेटे है, हम तुम्हरे कोई मनसबदार नहीं ।।