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चुनाव का दिन

Anonymous 30 Mar 2023 कविताएँ हास्य-व्यंग #चुनाव के दिन 18394 0 Hindi :: हिंदी

मतदान हो रहा था,
वोटर सब खड़े थे।
बगुले सा मग्न हो,
नेतागण अड़े थे ।


सड़कों पर भीड़ थी,
सब लोग खड़े थे,
फुसुर फुसुर बाते,
बातों से बड़े थे ।

किसी को सुझाव,
किसी से लगाव,
नज़रे चुराकर ,
 वोटो का भाव,

आ रही तूफान से , 
सभी अनजान थे ।
वोटिंग की चिंता थी,
नेता परेशान थे ।


अचानक ही भाग दौड़,
खलबली, सा मचा।
लोमड़ी सब भाग गए,
कुत्ता सब ही बचा ।

 नेता जी सीट पे,
 डंडे पड़े पीठ पे,
 अहम अब वहम थे ।
 मिटा सब ताव  था,
 क्योंकि उस दिन चुनाव था ।।
उस दिन चुनाव था ।।।।

स्वरचित
पंकज कुमार रामजी

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