Manu Vishwakarma 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत 8101 0 Hindi :: हिंदी
शायद कुछ कह रही हो जिंदगी, इसीलिए ठहर जाता हूं ये दुख के पल सारे, हस कर सह जाता हूं उम्मीद में, कि आएगी फिर वो सुहानी रात इसलिए , रात में सूरज हो जाता हूं सपनो की गलियों में जाके, पल दो पल तेरे साए में सो जाता हूं शायद कुछ कह रही हो जिंदगी, इसलिए में ठहर जाता हूं, इसलिए में ठहर जाता हूं........