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मां तुझे नमन....

मोती लाल साहु 30 Mar 2023 आलेख समाजिक मां तुझे नमन! 87698 0 Hindi :: हिंदी

मुर्गे की बांक पर-
उठ जाती अति भोर,
धरती को करती-
नमन तब रखती पांव।
चल आंगन में-
आकाश को करती प्रणाम,
फिर झाड़ू-बुहार-
बर्तन करती साफ।।

कर स्नान तुलसी-
सूरज को चढ़ाती जल,
लक्ष्मी है कहती-
गाय को खिलाती गुड़।
आरती-धूप से-
पूजती हर घर-द्वार,
सबको उठाती-
जगाती हाल पूछती।।

बज गए सुबह के-
छ: जुटती रसोई में,
भोजन ऐसे बनता-
भगवान का हो भोग।
अपार श्रद्धा से-
परोसाती-खिलाती,
अमृत रस से-
भरा होता हर निवाला।।

हृदय में बसी है- 
तुम्हारे प्यार का एहसास,
मां तुझे नमन!
-मोती 

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