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बेड़ियां तोड़ो-उदासी छोड़ो

Maushami 31 May 2023 कविताएँ अन्य बेड़ियां #तोड़ो #जीवन # संवारो 9046 1 5 Hindi :: हिंदी

बेड़ियाँ तोड़ो,
उदासी छोड़ो।
जीवन के रंगों को अपनाओ,
मन की खिलखिलाहट फिर से बहलाओ।
दिल की धड़कनों को उछालो,
खुद को नये सपनों से भरपूर बनाओ।
जीने की खुशियों का मज़ा लो,
गमों की उम्मीदों को भूल जाओ।
हर सुबह को आदा करो नई शुरुआत की,
बेड़ियों को तोड़कर नये सफर की।
हंसो और गाओ खुद की ताली,
आगे बढ़ो और जीवन को मस्ती से संवारी।
बेड़ियाँ तोड़ो,
उदासी छोड़ो।

Comments & Reviews

Raj Ashok
Raj Ashok जाग्रतीमय विचार

9 months ago

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