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तन्हा-भरी महफिल में दिल को यह एहसास हो चला है

Poonam Mishra 12 Jul 2023 शायरी समाजिक तंहा जीवन 5621 0 Hindi :: हिंदी

भरी महफिल में न जाने क्यों दिल को यह एहसास हो चला है कि मैं अकेला ही अकेला हूं जैसे कोई तन्हा जीवन जी रहा हूं

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