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अक्ल की दुकान

Aniket 30 Mar 2023 कहानियाँ हास्य-व्यंग लेखिका : वीना शर्मा By : आदर्श शिक्षा इंस्टीट्यूट 17262 0 Hindi :: हिंदी

एक बड़े से राज्य में प्रकाश नाम का एक लड़का रहा करता था। उसके नाम के तरह ही उसका आचरण था। वह एक अच्छा लड़का होने के साथ साथ बहुत ही होशियार भी था।

एक बार उसने अपने ही घर के बाहर एक दुकान खोली और लिख दिया कि यहां अक्ल बेची जाती है।

   उसका घर राज्य के बीचोंबीच था तो जो लोग भी वहां से आते जाते हुए लोग उस को देखते और हंसते थे। लेकिन प्रकाश को विश्वास था कि उसकी दुकान एक न एक दिन अवश्य ही चलेगी।

एक दिन एक दीनु नाम का लड़का वहां से गुजर रहा था, तो उसने दुकान देखी और उससे रहा नहीं गया । वह दुकान के अंदर चला गया। वह एक अमीर बाप का बेटा था।

दीनु ने प्रकाश से कहा, ” कितने की है अक्ल? मुझे लेनी है।”

प्रकाश बोला, ” जितने पैसे लगाओगे उतने की और उतनी ही अच्छी अक्ल मिलेगी । “

   तब दीनु ने उसे 1 रुपया दिया और कहा मुझे 1 रुपये की ही अक्ल चाहिए।

  प्रकाश ने कहा, ” ठीक है।” और उसको एक कागज पर लिख कर दिया कि दो लोगो के झगड़े के बीच में कभी नहीं बोलना चाहिए।

दीनु उस पर्चे को लेकर घर चला गया और यह सारी बात जाकर अपने पिता को बता डाली। उसका पिता महाकंजूस था। वह अगले ही दिन प्रकाश के पास गया,

और उसको वह पर्ची थामते हुए कहा कि ये लो अपनी अक्ल औऱ मुझे मेरे रुपये वापस कर दो। प्रकाश ने उन्हें बिन कुछ कहे रुपया वापस कर दिया।

Hasya Kahaniyan Moral Part – अब एक दिन उस ही राज्य की महरानी की दो नौकरानियों में लड़ाई होने लगी। पास में दीनु भी मौजूद था। नौकरानियों  में फैसला हुआ कि वे इस बात की शिकायत महाराज से करेंगे।

उन्होंने दीनु को साक्ष्य बनाकर राजा के सम्मुख प्रस्तुत हिने को कहा। अब दीनु फस चुका था। वह दौड़ कर प्रकाश के पास गया और उसको पूरी कहानी बताई।

   तब प्रकाश बोला, ” मैं ने तुमसे पहले ही कहा था, जितने रुपये लगाओगे उतनी ही अच्छी अक्ल मिलेगी। मेरे पास इसका उपाय तो है लेकिन इसके तुम्हें पांच हजार रुपये देने होंगे।

” दीनु मरता क्या न करता।

  उसने पांच हजार रुपये प्रकाश को दे दिए और पागल होने का नाटक कर अपनी जान राजा से बचा ली। राजा ने महारानी को ही अपनी नौकरानियों को दण्ड देने के लिए कह दिया।

और सारा मामला सुलझ गया।

सीख | कभी भी दो लोगों के झगड़े में अपनी टांग नही अडानी चाहिए l

लेखिका : वीना शर्मा By : आदर्श शिक्षा इंस्टीट्यूट

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