Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

फूलों में होगा मेरा आशियाँ

संदीप कुमार सिंह 01 May 2023 कविताएँ समाजिक मेरी यह कविता समाजिक हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 3947 0 Hindi :: हिंदी

मूँह   छुपा   कर   गया   है    अँधेरा, 
  मेरे  दिल  ने    जो  माँगा  मिल  गया,
 मैंने    जो   कुछ   भी   चाहा   मिल   गया।

हो  गई   प्यार    की   हर   तमन्ना- तमन्ना,जँवा,
  मूँह    छुपा   कर   गया   है   अँधेरा,
 मेरे    जीवन    का    आया   सवेरा।

आज  कदमों  में  झुकने  लगा  आसमा,
हो गई   प्यार  की   हर  तमन्ना - तमन्ना जाना

धीरे - धीरे  मेरा  सपना  एक   नया रंग लाया,
 मेरे    होंठों   पे   लाए,
 मिठे - मिठे  कई नगमें।

दिल   के   विरान   वादी  में  गाये,
   देखते - देखते  कैसा  बदला  समा ?

ये   नया  मोर   है   जिन्दगी   का,
छा  रहा   है   नशा   बेखुदी   का।

अब  तो   फूलों   में  होगा   मेरा  आशियाँ,
मेरे   दिल    ने   जो   माँगा  मिल  गया,
मैंने  जो   कुछ  भी   चाहा   मिल  गया।
हो  गई  प्यार   की   हर  तमन्ना - तमन्ना, जँवा।
(स्वरचित मौलिक)
संदीप कुमार सिंह✍🏼
जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)
बिहार

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: