मोती लाल साहु 23 Jun 2023 कविताएँ समाजिक #दिल को बदलते नहीं देखा यारों #गुजरते रहेंगे कितने ही हमसफ़र जीवन के इस सफ़र में दिन-रात की तरह #जिनके दिल की शान हो तुम फेर नहीं पाओगे उन्हें दिन-रात की तरह। 7887 0 Hindi :: हिंदी
दिल को- बदलते नहीं देखा यारों,, गुज़रते रहेंगे कितने ही- हमसफ़र जीवन के इस, सफ़र में दिन रात की तरह,, जिनके दिल की शान- हो तुम फेर नहीं पाओगे, उन्हें दिन और रात की तरह...!!! -मोती