Danendra 30 Mar 2023 आलेख समाजिक जिंदगी में तनाव - आत्महत्या 33849 3 5 Hindi :: हिंदी
हर किसी के जिंदगी में कुछ ना कुछ समस्याएं , बाधा, क्रोध तनाव, व्यवधान, आदि होती रहती है। चाहे उसके पास रोजगार हो,गाड़ी बंगला हो, एसो आराम की जिंदगी, फिर भी मानसिक तनाव के कारण, आत्महत्या जैसे घटना आए दिन होते रहते है। आज से बाते दिल पर लेना छोड़ दो। दिल बस टूटा है और तोड़ दो । बुरे से बुरा होने कि कोई हद तो होगी । उसमे रहने कि आदत तो होगी । छोटी सी बात को क्यों इतना बड़ा बना रहा है। बात बड़ी भी है तो क्यों दिल से लगा रखा है । यहां सब कुछ अस्थाई होता है। नौकरी नहीं मिल रही उसका टेंशन मिल जाएगी तो और टेंशन हमसफर का टेंशन ,किसी को खोने की टेंशन, पारिवारिक विवाद का टेंशन । छोटे से दिमाग में दुनिया भर का टेंशन थोड़ा समझो और अपने दिमाग को समझाओ , समझना ही पड़ेगा । आगे बहोत बड़ी,जिंदगी है जिंदगी में चीजों को जितना मुश्किल बाना रखा है । उतना मुश्किल नहीं है जिंदगी । सही सोचो, साकारात्मक सोचो ,सबका हल निकलेगा । तोड़ा सब्र रखो, डिप्रेशन बस तो है , आज है कल चला जाएगा । इसलिए तोड़े देर की क्रोध, टेंशन, बाधए,को दूर कर मन को शांत कर लो , आत्महत्या से दूर रहो,, आपके चले जाने कुछ नहीं होने वाला ,, परिवार को धोका दे रहे ।। सही सोच, सकारात्मक सोच, को बढ़ावा दे,
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