Pinky Kumar 30 Mar 2023 आलेख अन्य 25169 0 Hindi :: हिंदी
दया =) में कहु की दया का दुसरा नाम माँ है। जरूरी नहीं जो महिलायें शादी शुदा हो सिर्फ उनका ही फर्ज हो मात्तर्व दिखाने का हम सभी के अन्दर कहीं ना कहीं माँ का रूप छुपा है। और उसी का नाम ही दया है। जो सबको एक नजर से देखे वो दया है। सबके दुःख को अपना दुःख समझे वो दया है। सबको समान नजर से रखे वो दया है। जिसमें उच निच का भेद-भाव ना हो वो दया है। जो अपने हिस का भी दे वो दया है। जो न्याय - अन्याय सबके लिये बराबर हो वो दया है। अकलमंदी उसमें होती है। जो अपना पेट भरने के साथ- साथ दुसरो का पेट भरे वो दया है। जो दुःख सुख सबको समान रूप से माने वो दया है। जो दुसरो के आंसु पूछे वो दया है। जो दुसरो की खुशी में खुश हो वो दया है। जो जीव जन्तु आदि पे दया करे वो दया है। अपने दुःख के साथ- साथ दुसरो का दुःख बाटे वो दया है। और इन सबकी दया के लिये किसी पैसे, धन्न, दोलत की जरूरत नहीं यह सब चिजे इंसान के अन्दर से स्वम से ही आती है। और जिसके अन्दर दया, करूणा, निस्वार्थ प्रेम की भावना हो उस व्यक्ति को किसी वस्तु का होना ना होना कोई फ़र्क नहीं पड़ता तो सबके प्रति दया प्रेम करूणा रखे
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