धर्मपाल सावनेर 30 Mar 2023 ग़ज़ल दुःखद टूटे #बिखरे #दिल#वालो के लिए #दर्द भरी #गजल#एक बार जरूर सुने# 9388 0 Hindi :: हिंदी
सूख गए दरखत तब से हुआ साया काहा कोई मुसाफिर जब से ठहरने आया काहा ।। माना के मिलने आए नही तुमसे हम मगर तुमने भी कभी हमे दिल से बुलाया काहा ।। किया था तुझे फोन हमने जाने से पहले तूने देखकर भी मेरा फोन उठाया कहा ।। में बाराती था वो दुल्हन के लिबास में मिला मुकद्दर तूने मिलाया भी तो मिलाया कहा ।। हर अजमाइश से गुजर जाता तेरे लिए धरम ये मोहब्बत तूने कभी हमे अजमाया कहा ।। धरम सिंग राजपूत 8109708044