Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

जि़न्दगी दर्द का दरिया

DINESH KUMAR KEER 24 May 2023 कविताएँ समाजिक 4926 0 Hindi :: हिंदी

जिंदगी दर्द का दरिया... 



सुन ऐ जिंदगी

मेरी आंखों में आसूं है 

मगर टूटी नही हूं 

रो रही हूं 

बेशक मगर 

कमजोर नहीं हूं 

जिंदगी दर्द का दरिया है 

मेरी कस्ती 

भंवर में फसी है 

होंसले बुलंद हैं 

मुझे अभी पार जाना है 

उनकी खुशी मांगी है 

ऊपर वाले से 

जिनके दिए 

मेरी आंखों में ये आंसू हैं 

लिख दी 

अपनी हर सांस 

अपनो के नाम 

उन्ही से मेरी जिंदगी है 

होंठ सिल लिए हैं 

अब अपने 

न शिकवे होंगे न शिकायतें 

बस हमने 

अपने जीने के 

तरीके बदल लिए हैं...

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: