Prince longwal 09 Jul 2023 ग़ज़ल देश-प्रेम 5048 0 Hindi :: हिंदी
बचपन में मां ने खूब लाड किया बड़े होते ही सैनिक बना दिया सोचा नहीं था ये दिन आ जाएगा चलो आसू बहाकर ही यह ढल जायेगा मगर वे यादें मैं कैसे भुला पाऊंगी कैसे अपने जीवन की कोई कहानी सुनाऊंगी वो तो मुझे छोड़कर चला गया मेरे सीने को गुलाम बना कर चला गया फिर कैसे मैं अपना जीवन व्यतीत करूंगी कैसे मै अपनी संभाल करूंगी।