मोती लाल साहु 17 Jul 2023 शायरी समाजिक उदासी 5657 0 Hindi :: हिंदी
"उदासी कारण-भला है क्या, अकारण-ज़िंदगी मिला क्या",,, "जीवन-ख़ुदा का इनायत है, उठो बढ़ो-ख़ुदा मेहरबान है"....!!!! -मोती
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