मोती लाल साहु 02 Jun 2023 कविताएँ समाजिक जीवन में अर्थ की जगह ख़ाली है, अगर सत्य से रू-ब-रू नहीं हुए तो। 7303 0 Hindi :: हिंदी
जीवन में- सत्य से रू-ब-रू नहीं हुए,, तो समझ लीजिए- अर्थ की जगह ख़ाली है....!!! -मोती
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