Rajendra Kumar Maurya 30 Mar 2023 कविताएँ देश-प्रेम उठो लाल अब जागो- जागो 69756 0 Hindi :: हिंदी
उठो लाल अब जागो-जागो, भोर भई अब नीदें त्यागो | नित्य कर्म को निपटाओ, भोजन करके पढ़ने जाओ | पढ़ लिख कर तुम बनो विद्वान, तभी बनेगा देश महान | पढ़ो देश में देश के लाल, करो उजागर अपना नाम | मात-पिता को करो प्रणाम, कभी न हो जीवन में शाम |