Chinta netam " mind " 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक सामाजिक 23203 0 Hindi :: हिंदी
//...गुजारिश...// भले मुझसे , मेरी जिंदगी की , सारी खुशियां छीन लो जमाने भर का सारा दर्द तुम , मुझे दे दो...! मगर , तुमसे मेरी , एक गुजारिश है ऐ इंसानों--- इंसानियत के नाम को और बदनाम मत होने दो...!! चिन्ता नेताम " मन " डोंगरगांव (छत्तीसगढ़)