Anjani pandey (sahab) 30 Mar 2023 शायरी अन्य चलते जाओ चलते जाओ अभी कहा विश्राम है 17376 0 Hindi :: हिंदी
तू चला तो रास्ते भी चल पड़े। टूट गया था जो पिछली रात को हौसला देख के तुझको वो भी निकल पड़ा अपना कल बनाने में न जाने कितने दिन कितनी रात लगेगी जिस दिन आएगा लिस्ट में तुम्हारा नाम मां खुशी से पागल बाप की नई आस जागेगी ।। अंजनी पांडेय (साहब)