मोती लाल साहु 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक प्रकृति से अटूट प्रेम है मुझे, स्वर्ग से भी सुंदर है यह। 88960 0 Hindi :: हिंदी
अद्भुत प्रकृति मनोरम, गुलशनें हैं बहार। चहकता महकता चमन, इश्क है बेपनाह।। मोती-
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