Chinta netam " mind " 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक 13380 0 Hindi :: हिंदी
# हे राम ... ... शाम से हुई सुबह सुबह से हो गई शाम ...! हर जुबां पर जनता की बस बात यही है मान ...! राज्य सरकार बिजली के , केंद्र बढ़ाएं पेट्रोल के दाम...! दो पाटों में पिसते सत्ता के , कहां जाए हम जनता आम...! सुबह-सुबह ये खबर पढ़के , मेरे मुंह से निकला हे राम... हे राम...!