मोती लाल साहु 03 Oct 2023 शायरी अन्य आत्मज्ञान, कर्म श्रेष्ठ, जीव भवनिधि के पार 4150 0 Hindi :: हिंदी
आत्मज्ञान कर्म- श्रेष्ठ जानो हे भाई, जिससे जीव- भवनिधि पार होता भाई,, सद्गुरु बिन जग- में आत्मज्ञान मिले न भाई, राम-कृष्ण सम- बिन गुरु तरें न ए-भाई....!!!! -मोती