मोती लाल साहु 30 Mar 2023 गीत समाजिक आए हैं हम इस फागुन में अपने गांव, फाग गाऊंगा- चैती सुनाऊंगा नए साल का स्वागत करूंगा एक अर्से के बाद। 92628 0 Hindi :: हिंदी
आए हैं हम- इस फागुन में अपने गांव, एक अर्से के बाद! खुशबू जो आ रही है मदमाती- ये मंजरिया से आम की बगिया से, गुजर रही है ये बसंती हवा ये बयार! रिमझिम-रिमझिम- सतरंगी फुहार लेके आजा, हे काले बादल इस फागुन में! इन बहारों में मैं गीत गाऊंगा- फाग गाऊंगा-चैती सुनाऊंगा, नए साल का स्वागत करूंगा! आए हैं हम- इस फागुन में अपने गांव, एक अर्से के बाद! -मोती