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निकला सूरज

GAJENDRA KUMAR MEENA 30 Mar 2023 कविताएँ बाल-साहित्य निकला सूरज 22441 0 Hindi :: हिंदी

आओ देखो प्यारा - प्यारा निकला सूरज।
आओ देखो लाल - लाल निकला सूरज।।

कितना भोर अंधेरा भगाया।
कितना सुहावना सवेरा लाया ।।

चिड़िया ची - ची करती, कोयल कु कू गाती।
कितनी मधुर सुहावनी हवा बुल - बुल गाती।।

मोर नाचे  मुर्गा बोला सूरज निकला।
जागो उठो बिस्तर छोड़ो सूरज निकला।।

नीला आकाश लाल - लाल चमकता।
घर घर उजाला करता चमकता।।

भंवरा भू - भू फूलों से गीत गाए।
आओ चलें आगन में नाचे गाए।।

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