कहीं खट्टी मीठी बातों की,
कहीं धुंधली सी मुलाकातो की ,
कहीं साथ गुजारे लम्हों की झलकती एहसास है।
तो कहीं तुम्हारे यादों की बरसात है ,
बस बीत गया वक्त पर आज भी याद है ।।
कभी रूठ कर दूर जाते ,
तो कभी खुद ही मनाते….
कभी कहते प्यार नहीं है तुमसे,
तो कभी खुद ही जताते….
बस बीत गया वक्त पर आज भी याद है ।।
बस तुम अपनी दुनियां में मस्त रहे ,
और हम तुम्हारे पीछे व्यस्थ रहे
यही सिलसिला चलता रहा,
न तुमने कोशिश की न हम समझा सके।।
हमारे ख्यालात आजाद रह गए ।
और तुम आज भी खास राज गए …..
बीत गया वक्त पर आज भी याद रह गए….।।