SEWANAND 17 Aug 2023 कविताएँ अन्य जिंदगी क्या है 6092 0 Hindi :: हिंदी
जिन्दगी जिन्दगी की राह में आशा और निराशा है, मिलकर बिछुड़ जाना ही जीवन की परिभाषा है। जीवन में फल पाने के लिए श्रम करना पड़ता है, ईश्वर सिर्फ लकीरें देता है रंग खुद भरना पड़ता है। चारों तरफ खुशहाली होगी मुस्कानों से भरा पल होगा, दीप जलेंगे आशाओं के आज से भी सुन्दर कल होगा। जिन्दगी के बोझ को हंसकर उठाना चाहिए, राह की दुश्वारियों पे मुस्कराना चाहिए। निगाहों में मंजिल थी गिरे और संभलते रहे हवाओं ने बहुत कोशिश की, मगर चिराग आँधियों में भी जलते रहे। लेखक:- सेवानंद चौहान राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षक