Poonam Mishra 30 Mar 2023 आलेख समाजिक जिंदगी के सपने जो अधूरे रह गए 28986 0 Hindi :: हिंदी
जिंदगी के सपने को साकार करने के लिए हमने अपनी पूरी जिंदगी को दांव पर लगा दी ,ना जिंदगी के सपने पूरे हुए और ना ही कोई ख्वाहिश पूरी हुई हमेशा जिंदगी से यह शिकायत थी कि थोड़ा और वक्त दो मुझे जिंदगी इन सपना को पूरा करने के लिए थोड़ा और वक्त दो मुझे क्या खूब कहा है किसी ने प्यास लगी थी बहुत तेज मगर पानी में जहर था ,पीते तो मर जाते ना पीते तो भी मर जाते , बस यही दो समस्या हम जीवन में हल नहीं कर पाए पर शिकायतें तो बहुत है जिंदगी तुमसे हम तो इतना सब कुछ सह कर भी शांत इसलिए है । क्योंकि जो तूने दिया है मुझे जिंदगी वह कितनों के लिए नसीब ही नहीं है और उनके लिए यह जिंदगी भी एक सपने जैसी ही है