Manju Bala 15 Jul 2023 कविताएँ समाजिक प्रचंड वेग से बहना होगा इस धरा पर कभी रोद्र रूप तो कभी प्रचंड से रहना होगा इस धरा पर हमारी दहाड़ के सामने आसमान हिल जायेगा तांडव करना है शिव की इस धरा पर आरंभ कर रहे है जिन्दगी का ये सफ़र प्रचंड वेग से बहना होगा इस धरा पर 6127 0 Hindi :: हिंदी
प्रचंड वेग से बहना होगा इस धरा पर कभी रोद्र रूप तो कभी प्रचंड से रहना होगा इस धरा पर हमारी दहाड़ के सामने आसमान हिल जायेगा तांडव करना है शिव की इस धरा पर आरंभ कर रहे है जिन्दगी का ये सफ़र प्रचंड वेग से बहना होगा इस धरा पर
I have done M.A in three subjects these are Hindi ,History ,Political science. I have also done M.Ed...