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पिता को नाज था अपने बेटे पर

Baba ji dikoli 18 May 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत काव्य/कहानी/नाटक/कविता/शायरी/गीत/गजल/नगमा/गद्य /साहित्य/आलेख/रस 5463 0 Hindi :: हिंदी

किसी की नशीली आँखों में डूब गया,ये छोरा गाँव का😲😲😲😲
समाज, इज्जत, दुनियादारी था वो सब जनता
क्या करता बेचारा दिमाग की माने या दिल की मानता🤔🤔🤔
उसने ये फैसला दिल को दिया,🙌🙌
कौन कहता दिल झूठ नहीं बोलता😔😔
शायद उसका ही दिल खुदगर्ज निकला😐😐
जो उसे माँ-बाप के प्यार से ज्यादा उसका प्यार दिखा।😲😲😲😲
उन दोनों की मुहोब्बत इस कदर बढ़ी की उसने समाज की परवाह न कि....🤗🤗
पर घर पैसो से चलता है दिल से नही ये बात उसने बहुत देर में समझी..😔😔😐
जिस पिता को नाज था अपने बेटे पर अब जो बो घर आया तो उसने बात भी न की...😏😏
अब समझ आया उसे अश्ली मुहोब्बत क्या थी
@baba ji dikoli

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