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अमर और व्यापक-जो कुछ भी दृष्टिगोचर है

मोती लाल साहु 09 May 2023 आलेख अन्य अमर और व्यापक, जो कुछ भी दृष्टिगोचर है अंततः उसी अमर व्यापक का परिणति है- हुआ है और हो रहा है। 10503 0 Hindi :: हिंदी

अमर और व्यापक!

जो कुछ भी-
दृष्टिगोचर है अंततः उसी, 
अमर व्यापक का परिणति है

हुआ है और हो रहा है!
-मोती

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