Samar Singh 12 Jul 2023 गीत दुःखद उसे सोचता हूँ तो आज भी आँखें नम हो जाती है। 7110 0 Hindi :: हिंदी
आँखों के आँसू की, उपहार लाये हैं। तेरे लिए ये सावन की, बहार लाये हैं।। हमारी जिंदगी बरबाद है, तू अब भी याद है। सोचता हूँ जब तुझे, ये आँखें क्यूँ नम हो जाती है। बढ़ जाते है दर्द, गम नहीं क्यों कम हो पाती है। मिले तुम ,बस यहीं फरियाद है तू अब भी याद है।। रचनाकार- समर सिंह " समीर G "