आंखे बेकरार है
सांसों को इंतजार है
धड़कनों को एतवार है
होठों पर इजहार है
आखिर किसका इंतजार है ….
राहे चमक रहे हैं
फुले महक रही है
लताएं बुला रही है
घर भरे गुनगुना रहा है
आखिर कौन आ रहा है ……
आंखे बेकरार है
सांसों को इंतजार है
धड़कनों को एतवार है
होठों पर इजहार है
आखिर किसका इंतजार है ….
राहे चमक रहे हैं
फुले महक रही है
लताएं बुला रही है
घर भरे गुनगुना रहा है
आखिर कौन आ रहा है ……