Neetesh Shakya 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक #चेतावनी #भजन #गजल #सामाजिक चेतावनी #प्यार मोहब्बत दिल खुशियां #घर#दिल#आईना #nitesh shakya #नीतेश शाक्य 12980 1 5 Hindi :: हिंदी
जो करते हैं जिस्में बारियां, वो प्यार का नगमा क्या जाने। जो इश्क करके छोड़ते हैं, वह दिल को लगाना क्या जाने।।1।। जो रहते हैं अय्यासीपन में, वह फर्ज निभाना क्या जाने। जो अपने मतलब में रहते हैं, वह खुशियां दिलाना क्या जाने।।2।। अपनी खुशियां पाने को, कितनों के दिल जलाते हैं। अपने घर पर सजाने को कितनों के घर उजाड़े हैं।।3।। जिसने आईना छोड़ा नहीं, वह दिल का आईना क्या जाने। जिसे अपनों की पहचान नहीं, वो दिल लगाना क्या जाने।।4।।
CSC Employee, Cyber Crime Information, Computer Service 💔टूटे हुए सपनो...