AJAY ANAND 15 Jul 2023 कविताएँ समाजिक यादें 6266 0 Hindi :: हिंदी
यादें ही तो है, जो बीते यादों को याद दिलाते हैं। बिछड़ गए हैं जो दोस्त, याद कर बड़ा रुलाते हैं। कब मिलेंगे हम फिर, सोचकर ही मन घबड़ाते है। यादें ही तो है, जो बीते यादों को याद दिलाते हैं। चलें गए सभी अपने - अपने जगह..! सोचा भी नहीं कोई , मिलने की हो कोई वजह..!! सभी हैं अपने में मस्त, कोई किसी का नहीं परवाह करते हैं। यादें ही तो है, जो बीते यादों को याद दिलाते हैं।