Karuna bharti 11 Apr 2024 शायरी प्यार-महोब्बत करुणा.कॉम 1157 0 Hindi :: हिंदी
तेरी मोहब्बत की गिरफ्त से ,कभी हमें रिहाई न मिले , यूं ही खोई रहूं, सुकून मिलता है तेरी चाहत से हमें, हो गम हमें तो तेरी आंखें रो देती है, मेरी खुशियों से होकर ही ,तेरी खुशियां गुजरती है