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इश्क़-यह मोहब्बत है ठगों की बस्ती एक पल में बदल देती है हस्ती

DINESH KUMAR KEER 01 Feb 2024 शायरी प्यार-महोब्बत 2106 0 Hindi :: हिंदी

यह मोहब्बत है ठगों की बस्ती,
एक पल में बदल देती है हस्ती; 
आशिक़ रहते है इश्क़ में बैचेन,
इश्क़ जाता है उजाड़ कर बस्ती...!

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